16 फरवरी 2024 को जिरोधा फंड हॉउस ने “जेरोधा गोल्ड ETF” को लांच किया, इस NFO के सब्सक्रिप्शन के लिए 21 फरवरी 2024 तक का मौका है, अलॉटमेंट तिथि 26 फरवरी 2024 तय है. यह एनएफओ NSE और BSE स्टॉक एक्सचेंज में 1 मार्च 2024 तक लिस्ट हो जाएगी. यह एक ओपन इंडेड ETF स्कीम है जिसे एक्सचेंज लिस्टिंग के बाद कभी भी ख़रीदा व बेचा जा सकता है.
95 से 100 फीसदी पैसा गोल्ड में निवेश होगा
जिरोधा के नए फंड “जेरोधा गोल्ड ETF के जरिये 95% से 100% पैसा फिजीकल गोल्ड व गोल्ड रिलेटेड इंस्टूमेंट, 0 से 5% पैसा डेट, मनी मार्केट इंस्टूमेंट्स, कैश और कैश इंस्टूमेंट्स में निवेश किया जायेगा.
500 रुपये से शुरु कर सकते हैं निवेश
जेरोधा गोल्ड ETF फंड में 500 रुपये से निवेश किया जा सकता है, इसके बाद 100 रुपये के मल्टीपल में निवेश करना चाहिए, एनएफओ में निवेश के लिए ऑनलाइन पेमेंट का इस्तेमाल किया जा सकता है। वहीँ इस फंड के फंड मैनेजर श्याम अग्रवाल होंगें.
क्या होता है गोल्ड ETF फंड?
ओपन इंडेड फंड जोकि सोने के गिरते चढ़ते भाव पर बेस्ट होता है, यह बहुत अधिक कॉस्ट इफेक्टिव होता है. 1 गोल्ड ETF यूनिट का मतलब होता है पूरी तरह से प्योर 1 ग्राम सोना, इसकी खरीद व बिक्री भी शेयर की तरह BSE और NSE स्टॉक एक्सचेंज पर की जा सकती है.
हालांकि इसमें सोना नहीं मिलता फंड से जब भी आप अपना निवेश बाहर निकालते हैं उस समय सोने का जो भाव होता है उस हिसाब से पैसा मिलता है.
गोल्ड ETF में निवेश के हैं कई फायदे
कम मात्रा में खरीद सकते हैं सोना
आमतौर पर फिजिकल (भौतिक) सोना तोला (10 ग्राम) के आधार पर ख़रीदा जाता है, परन्तु गोल्ड ETF के जरिये 1 यूनिट (1 ग्राम) पर निवेश किया जा सकता है. इसके अलावा कम मात्रा में SIP के जरिये निवेश किया जा सकता है। ज्वेलर से सोना खरीदने पर कई बार कम मात्रा में सोना खरीद पाना सम्भव नहीं हो पाता.
99.5% शुद्धता की गारंटी
इस फंड की कीमत ट्रांसपेरेंट और एक समान होती है, यह लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन को फॉलो करती है जोकि धातुओं की ग्लोबल अथॉरिटी है. फिजिकल गोल्ड अलग-अलग ज्वेलर के पास अलग-अलग कीमत पर अवलेबल होते हैं परन्तु Gold ETF में 99.5 फीसदी शुद्धता की गारंटी है.
मेकिंग में खर्च कम
गोल्ड ईटीएफ खरीदने पर 0.5 फीसदी या इससे कम ब्रोकरेज देना होता है, इसके अलावा फोर्टफोलियो मैनेजमेंट के लिए 1% सालाना चार्ज देना होता है, जोकि 8 से 30 फीसदी मेकिंग चार्ज की तुलना में बहुत कम है.
सोना होता है सुरक्षित
इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड को डीमैट खाते में प्राप्त किया जा सकता है, इसलिए यह सुरक्षित है फिजिकल गोल्ड की तरह चोरी होने का खतरा इसमें नहीं है. डीमैट अकाउंट के लिए सालाना चार्ज देना होता है.
खरीदने-बेचने में आसानी
गोल्ड ETF फंड को आसानी से ख़रीदा व बेचा जा सकता है. इसे लोन लेने के लिए सिक्योरिटी के तौर पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
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