हाइब्रिड म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेशकों का भरोसा एकबार फिर बढ़ता नजर आ रहा है, एसोसिएशन आफ म्यूचुअल फंड इन इण्डिया के आकड़ों के अनुसार Hybrid Mutual Funds योजनाओं ने 1.45 लाख करोड़ रुपये का इनफ्लो दर्ज किया, इससे पहले साल 2023 में हाइब्रिड फंड्स में अच्छी खासी निकासी देखने को मिली थी.
दरअसल हाइब्रिड म्यूचुअल फंड योजना को बाजार उतार-चढ़ाव में अधिक सुरक्षित माना जाता है, इसके अलावा यह फंड रिटर्न के मामले में भी बेहतर होते हैं, पोर्टफोलियो में विविधता लाने के नजरिये से भी यह एक बेस्ट स्कीम है, चलिए जानते हैं की आखिर यह स्कीम अधिक सुरक्षित क्यों है.
हाइब्रिड म्यूचुअल फंड की खासियत?
हाइब्रिड म्यूचुअल फंड के जरिये एक से अधिक एसेट क्लास में निवेश करने का मौका मिलता है, जैसे इक्विटी और डेट, इसके अलावा सोने में भी निवेश किया जाता है, यानी एक ही निवेश में डेट इक्विटी और सोने में पैसा लगा सकते हैं, इससे पोर्टफोलियो में विविधता बनी रहती है, होता यह है कि अगर इक्विटी में गिरावट रही तो डेट सम्हाल लेगा और अगर डेट में गिरावट रही तो इक्विटी या सोना सम्हाल लेना इस तरह हर परिस्थिति में बेहतर रिटर्न की उम्मीद बढ़ जाती है.
हाइब्रिड म्यूचुअल फंड और 5 साल का CAGR रिटर्न
हाइब्रिड फंड | 5 साल रिटर्न |
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क्वांट मल्टी एसेट फंड | 30 फीसदी सालाना |
बैंक आफ इंडिया मिड एंड स्मॉल कैप इक्विटी एंड डेट | 22 फीसदी सालाना |
ICICI प्रू इक्विटी एंड डेट फंड | 20.78 फीसदी सालाना |
कोटक मल्टी एसेट एलोकेटर FoF | 20.65 फीसदी सालाना |
ICICI प्रू मल्टी एसेट फंड | 20 फीसदी सालाना |
JM एग्रेसिव हाइब्रिड फंड | 19.32 फीसदी सालाना |
HDFC बैलेंस्ड एडवांटेज फंड | 18.65 फीसदी सालाना |
बड़ौदा BNP परिबा एग्रेसिव हाइब्रिड फंड | 18 फीसदी सालाना |
ICICI प्रू रिटायरमेंट हाइब्रिड एग्रेसिव फंड | 18 फीसदी सालाना |
कोटक इक्विटी हाइब्रिड फंड | 17.63 फीसदी सालाना |
कीन्हे निवेश करना चाहिए?
ऐसे निवेशक जो अपने निवेश पर जोखिम नहीं लेना चाहते स्कीम में निवेश कर सकते हैं, इस स्कीम के जरिये तमाम एसेट क्लास में निवेश किया जाता है नतीजतन दूसरे कैटेगरी के मुक़ाबले जोखिम बहुत कम हो जाता है.
इसका मतलब ऐसा नहीं है कि बाजार जोखिम लेने वाले निवेश इस स्कीम में निवेश ना करें, अच्छे रिटर्न के लिए हर तरह के निवेशक हाइब्रिड फंड में निवेश कर सकते हैं. 3, 5 और 10 साल का रिटर्न देखें तो हाइब्रिड फंड ने 15 से 18 फीसदी का रिटर्न दिया है.
हाइब्रिड फंड की विभिन्न कैटेगरी
अग्रेसिव हाइब्रिड फंड – हाइब्रिड म्यूचुअल फंड की इस कैटेगरी में 65 से 80 फीसदी निवेश इक्विटी में होता है और 20 से 35 फीसदी निवेश डेट या अन्य विकल्पों में किये जाते हैं.
बैलेंस्ड हाइब्रिड फंड – इस म्यूचुअल फंड स्कीम के जरिये इक्विटी और डेट दोनों में न्यूनतम 40 फीसदी और अधिकतम 60 फीसदी निवेश किया जाता है, लम्बी अवधि में वेल्थ क्रिएशन के लिए हाइब्रिड फंड बेस्ट है.
कंजर्वेटिव म्यूचुअल फंड – इस म्यूचुअल फंड कैटेगरी में 10 से 25 फीसदी निवेश इक्विटी कैटेगरी और 75 से 90 फीसदी निवेश डेट में किया जाता है.
डायनेमिक एलोकेशन या बैलेंस्ड एडवांटेज फंड – यह म्यूचुअल फंड स्कीम कुल एसेट का 100 फीसदी इक्विटी या डेट में निवेश करती है, निवेश का प्रबंधन डायनेमिक तरीके से होता है.
मल्टी एसेट एलोकेशन फंड – म्यूचुअल फंड की इस कैटेगरी में 65 फीसदी निवेश इक्विटी में 20 से 25 फीसदी निवेश डेट में और 10 से 15 फीसदी निवेश गोल्ड में किया जाता है, इस तरह अगल-अलग ऐसेट क्लास में इस स्कीम द्वारा निवेश होता है.
आर्बिट्राज फंड्स – इस स्कीम के द्वारा एसेट का कम से कम 65 फीसदी हिस्सा इक्विटी में निवेश करना होता है.
इक्विटी सेविंग्स फंड्स – इस स्कीम द्वारा इक्विटी डेट और आर्बिट्राज में निवेश किया जाता है, कुल ऐसेट कम कम से कम 65 फीसदी हिस्सा इक्विटी में और कम से कम 10 फीसदी हिस्सा डेट में निवेश करना होगा.
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Disclaimer : यह आर्टिकल रिसर्च और जानकारियों के आधार पर बनाया गया है, हमारे द्वारा किसी भी प्रकार की फाइनेंसियल एडवाइज नहीं दी जाती अगर आप निवेश करना चाहते हैं तब सबसे पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें
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