आज भी देश की अधिकांश जनसख्या बहुत कम सैलरी के साथ गुजारा कर रही है, ऐसे में वे रोजी-रोटी के अलावा बचत और निवेश के विषय में सोच नहीं पाते, लोग अच्छी इनकम और काम के सिलसिले में शहर की ओर रुख करते हैं ताकि बेहतर जिंदगी जी सके और आने वाली पीढ़ी को बेहतर भविष्य दे सके. परन्तु शहर की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में कम समय बित जाता है पता ही नहीं चलता, अंततः व्यक्ति सोचता है कि मैने शहर आकर क्या कमाया और क्या बचाया.
यहाँ निवेश के उस फार्मूले के बारे में बताया गया है, जिससे 15 से 20 हजार की मासिक इनकम करने वाला व्यक्ति आसानी से 1 करोड़ से भी ज्यादा का फंड बना सके. इस तरह वह अपने आम जिंदगी को खास बना सके और जिस सपने के लिए वह शहर आया उसे पूरा कर सके.
बचत और निवेश का फार्मूला
फाइनेंशियल एक्सपर्ट जितेंद्र सोलंकी कहते हैं कि अगर किसी व्यक्ति की मासिक इनकम 15 से 20 हजार रुपया है तो उसे बुल रन स्ट्रेटजी को अपनाना चाहिए, इस स्ट्रेटजी से लम्बे समय के निवेश से ब्याज पर भी ब्याज बनाया जा सकता है.
20 हजार की मासिक सैलरी पर 70:15:15 का फार्मूला अपनाएं, इस फार्मूले के अनुसार कमाई का 70% यानि 14,000 रुपया अपने जरुरतों पर खर्च करें, 15% यानि 3,000 रुपया निवेश पर डालें और बांकी 15% यानि 3,000 रुपया इमरजेंसी फंड बनाने पर खर्च करें.
यानि अपनी सैलरी का 15% हिस्सा 3,000 रुपये को म्यूचुअल फंड में एसआईपी के जरिये निवेश करें, यह एसआईपी 30 सालों तक जारी रखें, इस तरह आप अपने करोड़पति बनने का सपना पूरा कर सकते हैं.
एसआईपी में रिकार्ड तोड़ निवेश
एसोसिएशन ऑफ़ म्यूचुअल फंड इण्डिया के डाटा के अनुसार जनवरी 2024 में एसआईपी के तहत कुल संपत्ति 10.26 लाख करोड़ रुपया हो गया, इस दौरान 51,84,057 नए एसआईपी खाते खुले.
लगातार बढ़ रहा SIP में उछाल
- बुल रन रणनीति – इस रणनीति का मतलब है अभी निवेश कर लम्बे समय तक होल्ड करना, इस तरीके से कम्पाउंडिंग का तगड़ा फायदा मिलता है.
- निवेश में अनुशासन – अगर म्यूचुअल फंड एसआईपी रिटर्न का आंकलन करें तो 15 से 20 फीसदी का रिटर्न मिलता रहा है. निवेश कोई रातों रात करोड़पति बनने का खेल नहीं है. यहाँ रेगुलर अनुशाशन के साथ लम्बे समय तक निवेश की आवश्यकता है.
- निवेश की जागरुकता – आज समय सोशियल मिडिया का है, लोग हर तरह की जानकारी सेकेंडों में प्राप्त कर रहे हैं. ऐसे में जागरुकता बढ़ी है और निवेश भी.
- लॉन्ग टर्म गोल और बेहतर रिटर्न – म्यूचुअल फंड एसआईपी लम्बे निवेश अवधि में बेहतर रिटर्न उत्पन्न करता है, इसके अलावा यह निवेश के परंपरागत तरीके जैसे फिक्स डिपॉजिट, आरडी, पीपीएफ आदि से बेहतर रिटर्न उत्पन्न कर सकता है.
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SIP के लिए इन बातों का रखें ख्याल
फाइनेंशियल एक्सपर्ट जितेंद्र सोलंकी कहते हैं की कम उम्र में ही निवेश की शुरुवात करें, ताकि कम्पाउंडिंग का फायदा अधिक से अधिक उठा पाएं,
- एसआईपी बिना रोके एक निश्चित राशि का हर महीने निवेश करें
- बाजार गिरावट की स्थिति में घबराएं नहीं और एसआईपी ना रोकें
- सैलरी बढ़ने के साथ एसआईपी राशि भी बढ़ाएं
- पोर्टफोलियों में डायवर्सिफिकेशन लाएं, अलग-अलग कैटेगरी में निवेश करें
- इंडेक्स फंड अपेक्षाकृत अधिक सुरक्षित है, शुरुवात के लिए यह फंड चुन सकते हैं
- निवेश से पहले रिसर्च करें, वित्तीय लक्ष्य बनाना जरुरी है.
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Disclaimer : यह आर्टिकल रिसर्च और जानकारियों के आधार पर बनाया गया है, हमारे द्वारा किसी भी प्रकार की फाइनेंसियल एडवाइज नहीं दी जाती अगर आप निवेश करना चाहते हैं तब सबसे पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें
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