सच कहूं तो इस कोरोना काल ने लोगों को स्टॉक मार्केट या शेयर मार्केट का जिस गति से और जितना अधिक ज्ञान कराया है. उतनी तेजी शायद ही पहले कभी दिखी है.
लॉकडाउन में अधिकांश लोगों ने share market के बारे में सुना और जाना, कि आखिरकार ये स्टॉक मार्केट होता क्या है? और इससे पैसे कैसे कमाए जाते हैं.
हालांकि बहुत से लोग हैं, जो पहले से ही इस विषय की जानकारी लेकर share market पर निवेश (investment) कर रहे हैं और अच्छा रिटर्न कमा रहे हैं. परन्तु अधिकतर के सामने share market अभी भी भ्रम बना हुआ है. फलतः लोग इसे जुआ और सट्टा से तुलना कर बैठते हैं. यह लोगों का Stock market या share market के प्रति अधूरा ज्ञान ही है.
जो स्टॉक मार्केट को सट्टेबाजी के सामान बना दिया गया है. ऐसे अनेक हैं जिन्होंने बिना किसी जानकारी और ज्ञान के शेयर मार्केट में पैसे लगाया और खो बैठे, फिर उन्ही के द्वारा share market को सट्टे और जुआ जैसे नाम मिला. इस लेख के माध्यम से – स्टॉक मार्केट क्या होता है? (Share market kya hai) को हम पूरी तरह से जानने की कोशिश करेंगें ताकि आप जब भी share market में निवेश करना चाहे, इसकी पूरी जानकारी आपके सामने हो.
शेयर मार्केट क्या है – What is Share Market in Hindi
Share Market kya hai :- शेयर मार्केट को ही स्टॉक मार्केट कहा जाता है जिसका मतलब होता है “हिस्सा बाजार” शेयर मार्केट के माध्यम से कम्पनियाँ अपनी हिस्सेदारी बांटती है.
और जो व्यक्ति किसी कम्पनी के शेयर को खरीदता है वह उस कंपनी के उस हिस्से का हिस्सेदार (मालिक) होता है. (कोई भी व्यक्ति किसी कंपनी का स्टॉक इसलिए खरीदता है ताकि भविष्य में उस कंपनी का स्टॉक प्राइज़ बढ़ें और वह लाभ कमा सके)
शेयर क्या है – What is Share
शेयर किसी कंपनी या अन्य संगठन के स्वामित्व की एक इकाई होता है. किसी कंपनी में स्टॉक के शेयरों का आमतौर पर स्टॉक एक्सचेंजों पर कारोबार होता है, और निवेशकों द्वारा खरीदा और बेचा जाता है. शेयरों का प्राथमिक उद्देश्य निवेशकों को भविष्य के मुनाफे और कंपनी के विकास में हिस्सेदारी देना है. शेयरों के मालिक होने से, निवेशकों का कंपनी की संपत्ति और कमाई पर अधिकार होता है.
शेयर को उदाहरण से समझते हैं – मान लीजिये किसी कंपनी का टोटल वेल्यू 1 लाख रूपये हैं आप उसके से 10,000 शेयर खरीद लेते हैं, तब आप उस कंपनी के 10% हिस्से के हिस्सेदार या मालिक हैं. जब-जब उस कंपनी का टोटल वेल्यू बढ़ेगा तब-तब आपका शेयर प्राइज भी बढ़ेगा, यही प्रक्रिया घटने पर भी लागु होगा.
व्यक्ति अपने हिस्से के शेयर को जब चाहे तब बेच सकता है चाहे वह इसे घाटे में बेचे या मुनाफे में. स्टॉक मार्केट में पैसा लाभ कमाने के उद्देश्य से लगाया जाता है परन्तु कई-कई बार कम्पनियाँ घाटे में चले जाती है. और कम्पनी का शेयर प्राइज गिर जाता है. जिससे निवेशक (हिस्सेदार) को नुकशान उठाना पड़ता है.
शेयर मार्केट का गणित कैसे समझें?
यह पूरी तरह सत्य है की शेयर बाजार में रातोरात करोड़पति बना जा सकता है. परन्तु इसके लिए खूब सारा रिसर्च, अनुभव, मार्केट का दाव-पेच आना जरुरी है. इसलिए बिना किसी जानकारी के दूसरों के सलाह पर पैसे इन्वेस्ट ना करें
1. शेयर मार्केट रिसर्च
यह तो तय है की केवल किसी की सलाह पर आप शेयर मार्केट में सफल नहीं हो सकते, आपको पूरी तरह अपने रिसर्च और अनुभव पर विश्वास होना चाहिए, अपने अनुभव को बढ़ाने के लिए आप टी.वी. न्यूज, अख़बार, मोबाईल इत्यादि का सहारा ले सकते हैं. अपने आस-पास घट रहे चीजों से बेहतर तरीके से समझा जा सकता है.
2. लम्बे निवेश से शुरू करें
शुरुवात करने के लिए लम्बे समय के निवेश सबसे बढ़िया Option है. जैसे की म्यूचुअल फंड इसके अलावा आप लम्बे समय के लिए अच्छे स्टॉक खरीद कर रख सकते हैं. एकदम शुरुवाती दौर में इंट्रा डे ट्रेडिंग से बचे
3. अच्छी कंपनी को चुनें
अच्छी से अच्छी कंपनी का चुनाव करें, आपके दोस्त रिस्तेदार आपको बहकाने की पूरी कोशिस करेंगें, अनेकों सुझाव देंगें परन्तु अच्छी कंपनी का चुनाव स्वयं करें, हालांकि यह एक पेचीदा काम है. परन्तु जल्दबाजी करने के बजाय अगर आप अच्छी कंपनी ढूंढने के पश्चात उसमे निवेश करते हैं, तब कम समय में बेहतर रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं.
4. सिखने को प्राथमिकता दें
आमतौर पर हम थोड़ी बहुत जानकारी लेकर या सुनकर शेयर मार्केट में कूद पड़ते हैं. हम किसी भी चीज में सफल होने के लिए खूब मेहनत और तैयारी करते हैं. शेयर मार्केट के लिए भी यही लागु है. बिना जानकारी के आप एक दो बार अच्छे रिटर्न प्राप्त कर भी लें, परन्तु लम्बे समय के लिए शेयर मार्केट में सफल होना है तो सहीं जानकारियों का होना बहुत जरुरी है.
5. शेयर मार्केट संबंधित किताबे पढ़ें
किताबे सफलता का मार्ग है. किसी भी फिल्ड में सफल होने के लिए किताबों का योगदान हमेसा से रहा है. शेयर मार्केट के अन्य इन्वेस्टर्स से आप इसी बात पर पर अलग हो सकते हैं की आपका अनुभव और ज्ञान क्या है.
और जितनी किताबे उतना ज्ञान और अनुभव, शेयर मार्केट संबंधित हजारों किताबे हैं जिनमे से सैकड़ों ऐसे हैं जिन्हे जरूर पढ़नी चाहिए. 2, 4 जरुरी किताबे तो ऐसी है जिसे आपको किसी भी हाल में पढ़ना चाहिए
6. भावनाओं को कंट्रोल करें
शेयर बाजार ऐसी जगह हर दिन लालची होना पड़ता है. परन्तु आपको अपने लालच और भावनाओं पर कंट्रोल करने आना चाहिए, इन्ही सब छोटी-छोटी बातों से आप शेयर मार्केट के सारे पैतरें सीख सकते हैं. बात-बात पर लालची होना आपके सारे पैसे डूबा सकता है.
7. एक ही जगह इन्वेस्ट ना करें
Share market का प्रमुख सूत्र यही है की अपने सारे पैसे एक ही स्टॉक में ना लगाए, डायवर्सिफाई तरीके से काम करें, इसके लिए एक कहावत है की अपने सभी अंडे एक ही टोकरी में ना रखें,
जब आप मार्केट में पैसा कमाने के उद्देश्य से उतरते हैं तब आपको पैसे गवाने का भी हिम्मत रखना चाहिए, समझदारी दिखाते हुए आप अलग-अलग स्टॉक में निवेश करें, ताकि एक स्टॉक का शेयर प्राइज गिरने पर दूसरे से मुनाफा कमा सकें.
शेयर बाजार से संबंधित जानकरी
शेयर बाजार की बेसिक जानकारी के लिए आपको मार्केट से संबंधित कुछ सब्दावली को जानना जरुरी है. इन्हे नीचे पढ़ें –
1. सेंसेक्स क्या है?
सेंसेक्स एक स्टॉक मार्केट इंडेक्स है इसकी शुरुवात 1986 में हुई जो भारत में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर सबसे बड़ी व्यापारिक कंपनियों की रीयल-टाइम रिपोर्ट प्रदान करता है. यह भारतीय इक्विटी बाजार के प्रदर्शन को मापने के लिए उपयोग किए जाने वाले दो प्रमुख स्टॉक इंडेक्स में से एक है और इसमें सबसे बड़ी 30 कम्पनियाँ शामिल हैं. सेंसेक्स को शेयर बाजार की नब्ज कहा जाता है और इसे अक्सर भारतीय इक्विटी बाजार के लिए बेंचमार्क इंडेक्स के रूप में जाना जाता है.
2. निफ्टी क्या है?
निफ्टी नैशनल स्टॉक एक्सचेंज का बेंचमार्क है जिसे nifty 50 भी कहा जाता है. यह NSE नैशनल स्टॉक एक्सचेंज का रियल Time रिपोर्ट प्रदान करती है. जैसा की नाम से पता चल रहा है nifty 50 में प्रमुख 50 बड़ी कम्पनियाँ लिस्टेड है.
3. शेयर ब्रोकर/स्टॉक ब्रोकर
शेयर ब्रोकर किसी भी व्यक्ति के लिए एक जरुरी माध्यम है जो शेयर बाजार में निवेश करना चाहता है. वे लोगों को स्टॉक, बॉन्ड, म्यूचुअल फंड इत्यादि अन्य प्रतिभूतियों को खरीदने और बेचने का एक तरीका प्रदान करते हैं. कई अलग-अलग प्रकार के (ब्रोकर) दलाल हैं, और प्रत्येक अलग-अलग सेवाएं प्रदान करता है. शेयर ब्रोकर का उपयोग करने का एक फायदा यह है कि वे आपको सही निवेश खोजने में मदद कर सकते हैं. कुछ ब्रोकर इस प्रकार हैं – ग्रो, एंजल ब्रोकिंग, 5 पैसा, मोतीलाल ओसवाल, जिरोधा इत्यादि.
4. IPO क्या है?
(आईपीओ) पहली बार जब कोई कंपनी शेयर मार्केट में रजिस्टर्ड होती है और जनता को शेयर बेचती है. यह IPO लाना कहलाता है. यह प्रक्रिया आमतौर पर तब की जाती है जब कोई कंपनी सार्वजनिक होने के लिए तैयार होती है. कंपनी खुद को बड़ा करने के लिए मार्केट में रजिस्टर्ड होती है तथा अपना शेयर लॉन्च करके बाजार से पैसा उठाना चाहती है. हाल फिलहाल में कई कंपनियों ने अपना IPO लाया है.
5. डीमैट अकाउंट क्या है?
डीमैट खाते निवेशकों के लिए स्टॉक खरीदने और बेचने का एक तरीका है. ये खाते निवेशकों को जल्दी और आसानी से स्टॉक खरीदने और बेचने की अनुमति देते हैं. यह उन लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प है जो विभिन्न प्रकार के शेयरों में निवेश करना चाहते हैं. डीमैट अकाउंट होने के लिए सेविंग अकाउंट होना जरुरी है. आपका डीमैट अकाउंट आधार कार्ड और पेन कार्ड के माध्यम से सेबी से जुड़े होते हैं इसी के माध्यम से आप ट्रेडिंग कर सकते हैं.
6. शेयर मार्केट में Bear क्या है?
शेयर मार्केट के मंदी को Bear मार्केट कहते हैं. जब स्टॉक तेजी से नीचे गिरता है तब इसे बियर रन कहते हैं.
7. Bull मार्केट क्या है?
जब मार्केट तेजी से ऊपर जाता है तब उसे Bull मार्केट कहते हैं इसमें किसी भी शेयर का प्राइज बढ़ता रहता है यह Bull रन कहलाता है.
शेयर मार्केट का महत्व क्या है?
अब जब आप समझ गए हैं की Share market kya hai तब आपको यह जानना बहुत जरुरी है की आखिर शेयर मार्केट का महत्व क्या है.
- बेहतर भविष्य के लिए आवश्यक – शेयर मार्केट में नई-नई कम्पनियाँ रजिस्टर्ड होती रहती है. लोग उस कंपनी का शेयर खरीदते है, पैसे लगाते हैं और कंपनी के ग्रोथ के साथ अपने पैसे का भी ग्रोथ करते हैं. कई कम्पनियाँ भविष्य के लिए बेहतर कर सकती है, अच्छे प्रोडक्ट और तकनीक का निर्माण करने की क्षमता रखती हैं परन्तु उनके पास पैसे नहीं होते, ऐसे में शेयर मार्केट फंड इकठ्ठा करने का माध्यम है.
- कीमत में प्रभाव – शेयर मार्केट हमेसा गिरती-उठती रहती है. अच्छी कम्पनियाँ बेहतर परफॉर्म करती है भारी मुनाफा कमाती है और अपने इन्वेस्टरों को भी मालामाल करती है. वहीँ कई कंपनियों के शेयर भाव नीचे भी गिरती है और कंपनियों व इन्वेस्टर्स दोनों को नुकसान होता है. देश के अर्थव्यवस्था पर भी इसका खासा असर होता है.
- गिरावट से नुकसान – अगर शेयर मार्केट में लोग लाखों करोणों कमाते हैं. तो अधितर लोग गवांते भी है. मानलो आपने किसी कंपनी में अपना सारा पैसा लगा दिया और वह कंपनी डूब गयी, बर्बाद हो गयी, शेयर प्राइज पूरा गिर गया, तब आप भी बर्बाद हो सकते हैं.
शेयर बाजार में पैसे कैसे लगाए
शेयर मार्केट में दो तरीके से पैसे लगाए जा सकते हैं दोनों तरीकों में डीमेट अकाउंट खोलना आवश्यक है, पहला की आप किसी ब्रोकर के माध्यम से डीमेट अकाउंट खोल सकते हैं और दूसरा बैंक के माध्यम से
1. ब्रोकर के माध्यम से Demat अकाउंट
share market में Trading के लिए Demat account होना आवश्यक है तभी आप share market से स्टॉक खरीद या बेच सकते हैं. यहा Demat account opening के लिए मै दो बेस्ट Account providers के बारे में बताऊंगा साथ ही यह भी की आखिर यह Demat Account providers बेस्ट क्यों है?
- Groww – डिस्काउंट ब्रोकर
- Angel broking – भारत का सबसे पुराना ब्रोकर
अगर आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग शुरू करना चाहते हैं तो आपको तुरंत ही डीमैट अकाउंट खुलवा लेना चाहिए, अगर आप डिस्काउंट ब्रोकर के साथ डीमैट अकाउंट खुलवाते है तब यह पूरी तरह Free है.
बिना किसी चार्ज के Demat account open किया जा सकता है साथ ही आप Groww app से अपना Demat account open करते हैं तो आपको 200 से लेकर 500 रूपये तक का अमाउंट दिया जायेगा जिसे आप तुरंत ही अपने Bank account पर ट्रांसफर कर सकते हैं या अपना पहला trading शुरू कर सकते हैं.
Groww Demat Account
ग्रो के माध्यम से डीमैट अकाउंट खोलने पर सालाना मेंटनेस चार्ज जो 500 से लेकर 900 तक होता है (अलग-अलग ब्रोकरेज पर अलग-अलग) प्रथम साल में नहीं देना होता, आप ऊपर दिए गए लिंक से ग्रो एप्प को डाउनलोड कर सकते हैं जो बेहद ही आसान है. इसके अलावा आप भारत के सबसे पुराना अकाउंट प्रोवाइडर Angel Broking से भी अपना डीमेट अकाउंट open कर सकते हैं.
वह कम्पनिया जिनका स्टॉक आप खरीदना चाहते हैं NSE और BSE में रजिस्टर्ड होती है जो भारत के स्टॉक एक्सचेंज है. इस खरीदी और बिक्री के लिए डीमेट अकाउंट होना आवश्यक है क्योंकि Demat Account के माध्यम से ही आपका सारा लेंन देंन होता है आपका रिटर्न अर्थात मुनाफा पैसा डीमेट अकाउंट पे ही आता है जिसे आप बड़े आसानी से अपने बैंक खाते में ले सकते हैं.
2. बैंक के माध्यम से डीमैट अकाउंट खोलें
जिस भी बैंक में आपका Saving अकाउंट है वहां जाकर आप आसानी से डीमैट अकाउंट खुलवा सकते हैं और ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं. मेरी सलाह में पहला Option ब्रोकर द्वारा डीमैट अकाउंट खुलवाना सहीं होगा, क्योंकि यहाँ आपको अनेक प्रकार की सुविधाएं मिलती है और यह बहुत आसान भी है.
कंपनियां शेयर मार्केट में कब आती है?
जब कोई कंपनी अपना विस्तार चाहती है तथा अपने बिजनेस मॉडल को बड़ा करने की सोंच रखती है ऐसे में उसे बहुत अधिक फंड की आवश्यकता होती है. शेयर मार्केट या स्टॉक मार्केट एक ऐसा माध्यम है जहाँ रजिस्टर्ड होकर कम्पनियाँ मार्केट से पैसे उठा सकती है. इसलिए वह स्टॉक मार्केट में प्रवेश करती है.
शेयर बाजार की भाषा में यह IPO लाना कहलाता है. यह इतना आसान नहीं होता, किसी कम्पनी को शेयर मार्केट में रजिस्टर्ड होने के लिए भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) की अनुमति चाहिए होती है. कोई कंपनी अपना IPO तभी ला सकता है जब उसे SEBI का अनुमति प्राप्त हो.
किसी कम्पनी को Stock market में रजिस्टर्ड होने के लिए SEBI की सभी पॉलिसी को पूरा करना होता है. जिनमे से कुछ सामान्य इस प्रकार है – कंपनी का मार्केट में 25 करोड़ से ऊपर हिस्सा, IPO के लिए आवेदक कंपनी की पूँजी कम से कम ₹10Cr. और FPO के लिए ₹ 3 CR. होनी चाहिए इत्यादि अनेक पॉलिसी को पूरा करने के बाद कोई कंपनी Stock market में रजिस्टर्ड होने के लिए इलिजिबल होती है.
स्टॉक या शेयर के कितने प्रकार हैं?
स्टॉक या शेयर कई प्रकार के होते हैं परन्तु Stock market में प्रमुख रूप से जानने की आवश्यकता है उन्हें 3 प्रकार से बाटा गया है, इनकी सूची इस प्रकार है.
1. Common Shares
जैसा की नाम से ही पता चल रहा है Common Shares एक सामान्य शेयर है जिसे कोई भी व्यक्ति खरीद या बेच सकता है.
2. Bonus Shares
बोनस शेयर में कम्पनियाँ मुनाफा होने पर अपने शेयर धारकों को पैसे के बजाय शेयर प्रदान करती है तो इसे बोनस शेयर कहते हैं.
3. Preferred Shares
इस प्रकार के शेयर का उपयोग कुछ खास लोगों द्वारा किया जाता है यह सभी जन सामान्य के लिए नहीं होता, कम्पनी जब मार्केट से पैसे उठाने के लिए STOCK MARKET में रजिस्टर्ड होती है तो वह अपने शेयर कुछ खास लोगों को ही देना चाहती है ना की सभी को यह Preferred Shares कहलाता है. कम्पनी तय करती है की उनके शेयर को कौन से लोग खरीद सकते हैं. जैसे किसी विशेष कंपनी के कर्मचारी, इत्यादि.
शेयर मार्केट Trading क्या होता है?
Trading का अर्थ है व्यापार, लोग Share Market में ट्रेडिंग इसीलिए करते हैं ताकि वे लाभ कमा सके और लाभ कमाने के उद्देश्य से किया गया कार्य व्यापार कहलाता है. Share Market trader स्टॉक या शेयर को कम दाम पर खरीदते हैं तथा जब स्टॉक का प्राइज बढ़ता है तब स्टॉक को बेचकर अपना प्रॉफिट कमा लेते हैं इसे ही स्टॉक मार्केट Trading कहा जाता है.
शेयर मार्केट Trading के कितने प्रकार होते है?
देखा जाए तो स्टॉक मार्केट ट्रेंडिंग के अनेक प्रकार हैं परन्तु मुख्यतः 4 प्रकार के Share Market अत्यधिक प्रचलित है. और लोगों द्वारा इन्ही 4 तरीके के ट्रेडिंग को पसंद किया जाता है.
Share Market ट्रेडिंग के प्रकार –
1. Intra-day Trading क्या है?
Intra day trading वह होता है जिसमे किसी stock को खरीदने के बाद उसी दिन के अंदर बेचना होता है. मान लीजिये आपने सुबह 8.30 में मार्केट खुलने पर कोई स्टॉक ख़रीदा और साम 3 बजे मार्केट बंद होने से पहले उसे बेच दिया तब यह इंट्राडे ट्रेडिंग कहलाता है. अगर आप किसी कारणवश स्टॉक नहीं बेच पाते तब आपका अकाउंट प्रोवाइडर (ब्रोकर) उस स्टॉक को स्वयं ही बेच देता है मार्केट बंद होने के पहले उस स्टॉक का जो भी प्राइज हो उस दाम पे.
Intraday Trading में अधिकतम एक दिन का समय होता है और न्यूनतम आप जितना देर में बेच दें, आप चाहे तो तुरंत स्टॉक खरीदकर तुरंत ही एक मिनट के अंदर बेच सकते हैं.
नोट : Intraday Trading नए ट्रेडर को नहीं करना चाहिए अक्सर देखा जाता है की नए ट्रेडर स्टॉक मार्केट में प्रवेश करते ही Intraday Trading शुरू कर देते हैं परन्तु यह अनुभव के आधार पर कार्य करता है. और शुरुवात में बिग्नर के पास कोई भी अनुभव नहीं है.
2. Swing Trading क्या है?
Swing Trading को कुछ दिन या कुछ हफ़्तों के लिए किया जा सकता है अर्थात आप जब स्टॉक खरीदते हैं तब उसे कुछ दिनों या कुछ हफ़्तों में बेच सकते हैं – जब आपको लगे की उस स्टॉक का प्राइज बढ़ गया है तब बेच दें यही Swing Trading कहलाता है यह Intraday Trading के मुकाबले कम risky होता है क्योंकि आपको समय सीमा अधिक मिलता है स्टॉक प्राइज बढ़ने के लिए.
3. Short Term Trading क्या है?
Trading के इस प्रकार में स्टॉक को खरीदकर कुछ महीनों के लिए रखा जाता है और जब लक्ष्य पूरा हो जाता है तब उसे बेच दिया जाता है trading के इस प्रकार में अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है. परन्तु अच्छे रिसर्च और stock analysis के साथ एक बढ़िया कंपनी का शेयर खरीदना आपकी जिम्मेदारी है तभी लाभ कमाया जा सकता है.
4. long term trading क्या है?
जैसा की नाम से ही पता चल रहा है Long Term Trading में स्टॉक को लम्बे समय के लिए खरीदकर रखा जाता है. यह समय एक साल 5 साल या उससे अधिक के लिए हो सकता है चूँकि यहाँ एक लम्बे समय के लिए stock पर पैसा invest किया जाता है इसलिए जिस कम्पनी पर इन्वेस्ट करें उसका अच्छा रिसर्च करना और भविष्य में वह कपनी क्या अच्छा कर सकती है इसका पता लगाना आवश्यक है.
कंपनियों का स्टॉक मूल्य (शेयर प्राइज) कहां पर दिखता है?
कम्पनियाँ अपना स्टॉक दो माध्यमों से लाती है
- BSE (Bombay Stock Exchange)
- NSE (National stock exchange of India)
BSE भारत का सबसे पुराना और बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है जिसकी स्थापना 1875 में हुआ था, यह एक प्राइवेट सेक्टर का स्टॉक एक्सचेंज है. वही भारत का दूसरा स्टॉक एक्सचेंज NSE है जिसकी स्थापना 1992 में की गई यह सरकार द्वारा संचालित है.
शेयर मार्केट के फायदे?
- शेयर मार्केट में कम समय में अधिक पैसा कमाया जा सकता है
- किसी भी कंपनी का हिस्सेदार बनने के लिए आप उस कंपनी का शेयर खरीद सकते हैं.
- इन्वेस्टमेंट करने और बाहर निलने में आसानी, अन्य इन्वेस्टमेंट में आपको लम्बे समय के लिए निवेश करना होता है परन्तु शेयर मार्केट में आप एक दिन में ही रिटर्न कमा सकते हैं.
- सभी कार्य सेबी के देख रेख में संरक्षित है. आपके पैसे के साथ किसी भी प्रकार का फ्रॉड नहीं हो सकता
- विभिन्न प्रकार के Investment में टैक्स का छूट प्रदान किया जाता है जो फायदेमंद है.
शेयर मार्केट के नुकसान?
- चूँकि शेयर मार्केट उतार चढाव से भरा हुआ है यहाँ पूरी तरह वित्तीय जोखिम शामिल है.
- ब्रोकरेज चार्ज
- कंपनी बंद हो जाने पर शेयर धारकों को अंत में भुगतान किया जाता है. सबसे पहले बॉन्ड धारकों को और लेनदारों को भुगतान किया जाता है.
शेयर मार्केट में करियर कैसा होगा?
शेयर बाजार में करियर बनाना बहुत फायदेमंद हो सकता है. जैसे-जैसे दुनिया आगे बढ़ रही है शेयर मार्केट भी ऊपर बढ़ रहा है. नई कम्पनिया आ रही है नए-नए चीजों पर इन्वेस्ट किये जा रहे हैं. शेयर बाजार में आप कई अलग-अलग पदों में करियर बना सकते हैं, और प्रत्येक के अपने फायदे हैं. आप ब्रोकर, एनालिस्ट या ट्रेडर के रूप में भी काम कर सकते हैं. प्रत्येक स्थिति की अपनी जिम्मेदारियां होती हैं, लेकिन उन सभी को बाजार के बारे में बहुत अधिक ज्ञान की आवश्यकता होती है. शेयर बाजार में अच्छे ज्ञान से कम समय में बहुत पैसा कमाया जा सकता है.
शेयर मार्केट संबंधित FAQ
क्या शेयर मार्केट एक जुआ है?
जवाब : नहीं स्टॉक मार्केट कोई जुआ नहीं है यह एक सोचा समझा प्लान या बिजनेस मॉडल है जिसके द्वारा कम समय में अत्यधिक पैसा कमाया जा सकता है.
शेयर कैसे खरीदते हैं?
जवाब : शेयर खरीदने के लिए आपके पास डीमेट अकाउंट होना आवश्यक है. इसके माध्यम से बड़ी आसानी से शेयर ख़रीदा और बेचा जा सकता है.
शेयर मार्केट का गणित क्या है?
जवाब : शेयर मार्केट या स्टॉक मार्केट का गणित यह है की यहा केवल अनुभव और रिसर्च ही काम करता है अगर आप स्टॉक मार्केट में कदम रखना चाहते हैं तब आपको इसका अच्छा-खासा ज्ञान अर्जित करना होगा.
शेयर मार्केट क्या है इन हिंदी?
जवाब : स्टॉक मार्केट को ही शेयर मार्किट कहा जाता है. जिसका अर्थ होता है हिस्सेदारी, स्टॉक मार्किट में स्टॉक खरीदकर किसी कंपनी का हिस्सेदार बना जा सकता है.
शेयर बाजार में नुकसान से बचने के लिए टिप्स?
शेयर बाजार में नुकशान से बचने के लिए केवल एक ही टिप्स है शेयर मार्केट का बेहतर ज्ञान अर्जित करें.
शेयर मार्केट कब ऊपर जाता है?
जब अधिक से अधिक लोग कंपनी का शेयर खरीदते हैं तब शेयर मार्केट ऊपर जाता है और यह तब होता है जब कंपनी के प्रोडक्ट में दम हो.
निष्कर्ष
अगर आपको यह लेख – शेयर मार्केट क्या है? | Share Market kya hai अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ अवश्य शेयर करें और स्टॉक मार्केट क्या है इसके संबंध में जागरूकता फैलाए, Share Market से संबंधित अन्य सवाल आप हमसे कॉमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं.
आखिर में हम इतना ही कहेंगें की अपना पैसा सोच समझ कर ही इन्वेस्ट करें, स्टॉक मार्केट कोई जुआ नहीं है परन्तु अगर सोच समझकर बिना जानकारी के पैसा निवेश किया जाये तो यह किसी जुए से कम भी नहीं है. आशा है आपने समझ लिया होगा की Share Market क्या होता है – धन्यवाद.